रिश्वत शर्मा जी, आप की मदद चाहिये। मुझे ज़रूरी तौर पर लखनउ जाना है। अचानक प्रोग्राम बना है और रिज़र्वेशन का सवाल ही नहीं है। - अरे, आप क्यों फिकर करते हैं। आखिर हमारी काबलियत और किस दिन काम आये गी। किस
पहला प्यार पहली नज़र में ही उसे प्यार हो गया। हाई नेक्ड लाल गले तक की कमीज़ में वह इतनी मनमोहक लग रही थी कि और कोई चारा ही न था। और जब वह मुस्कराई तो प्यार और गहरा हो गया। वह एक आई आर एस का अधिकारी था।
यह कहानी मैं ने जाने कौन से मूड में और कौन से समय में लिखी थी। यह पक्का है कि उस समय मेरे पास कंप्यूटर नहीं था और इसे टाइपराइटर पर ही टाइप किया था। मतलब वह सत्तर की दशक (मेरी नहीं, शताब्दी की) की हो ग