- kewal sethi
गीत
गीत
इस धरती पर मैं ने जन्म लिया
इस धरती के भाग जगा दूॅं गा
जब जब ज़रूरत पड़े गी इस को
इस पर अपना शीष चढ़ा दूॅं गा
यह भूख से बिलखती संतानें
यह रोटी के टुकड़े चुनने वाले
यह पैसे पैसे पर लड़ने वाले
यह खुशी की शकल न पहचानें
मैं इन्हें इनका हक दिला दूॅंगा
जब जब ------
कब तलक चले गा ज़ुल्मो सितम
कब तक इंसान को ढोये गा इंसान
कब तलक चले गा सब्र का इम्तिहाॅं
कब बदले गा यह बोसीदा निज़ाम
मैं इंसान को इंसान बना दॅूं गा
जब जब ----
(भोपाल - अगस्त 1971 )