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kewal sethi

वार्तालाप

दो महिलाओं का वार्तालाप

क. तुम ने रेाका नहीं उसे

ख. अरे, बहुत रोका।

क. कुछ कह सुन का मना लेती।

ख. क्या मनाती। अनुनय विनय भी की। पर बे सूद।

क. इतने साल का साथ था, फिर भी।

ख. हॉं कितने साल हो गये। सुख दुख में, बीमारी में, त्येाहारों में साथ साथ रहे।

क. बच्चों की देख भाल भी किये।

ख. हॉं जी। बच्चे भी खुश थे।

क. ज़रूर कोई और आकर्षण रहा हो गा।

ख. वह तो हो गा ही वरना इस तरह से थोडे़ ही कोई निकल लेता है।

क. तो अब?

ख. अपना तो यही कहना है जहॉं रहे खुश रहे।

क. और तुम्हारा क्या हो गा?

ख. मेरा क्या होना है। काम वाली बाईयों की कमी थोड़े ही है। और मिल जाये गी।


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