top of page

भागम भाग

  • kewal sethi
  • Oct 5, 2024
  • 2 min read

भागम भाग

- पिता जी, में अपने प्रेमी के साथ भाग रही हूॅं।

- गुड, वक्त भी बचे गा और पैसा भी।

कुछ रुक कर

- लेकिन जाओं गी कैसे

- ममी के साथ

- ममी छोड़ने जा रही है क्या

- नहीं, वह भी भाग रही है

- उसी प्रेमी के साथ

- नहीं, जैसे एक मयान में दो तलवारें नहीं रह सकतीं, वैसे ही एक प्रेमी की दो

प्रेमिकायें कैसे हो सकती है।

- तो वह अपने प्रेमी के साथ भाग रही है जो अलग है। पर मेरा सवाल तो रह ही गया। जाओं गी कहॉं, कैसे?

- ममी ने कुछ सोच रखा हो गा।

- ऐसा करो, मेरी कार ले जाओ।

- क्या आप भी साथ आ रहे हैं।

- नहीं। कार में चार ही बैठ सकते हैं।

- फिर बिना कार के आप क्या करों गे

- ओला, उबेर का ज़माना है। काम चल जाये गा।

- औला उबेर तो ठीक है पर घर का काम?

- कुछ दिन होटल में, फिर देखें गे। कुछ इंतज़ाम हो जाये गा।

- आप की प्रेमिका आ जाये गी क्या? कौन है?

- अरे तौबा, एक की फरमाईशों से ही दम खुश्क हो जाता है। दूसरी से राम बचायें।

- आप कहो तो कुछ दिन रुक सकते हैं।

- नहीं, नहीं। शुभ काम में देरी नहीं करते। कौन जाने कल क्या हो।

- क्या हो सकता है। हम तो कमिटिड हैं।

- कुछ भी हो सकता है। तुम्हारा प्रेमी ममी का प्रेमी हो जाये। ममी का प्रेमी तुम्हारा प्रेमी हो जाये। जो काम हो जाये, वही ठीक है। तुरन्त दान महा कल्याण।

- अच्छा तो मैं चलती हूॅं। ममी इंतज़ार कर रही हों गी।

- कहॉं?

- बाहर, और कहॉं, कार में।

- कौन सी कार?

- आप की, और किस की।

- पर चाभी तो तुम्हारे हाथ में है।

- दो चाभी होती हैं कार की।

- ओह!

Recent Posts

See All
खुश फहमी

खुश फहमी - यह क्या बदतमीज़ी है। हिम्मत कैसे हुई तुम्हारी यह करने की - लड़की ने रोष भरे शब्दों में कहा। - क्या हो गया, मिस? - तुम मुझे ऐसा खत लिखो गे, मैं ने सोचा भी नहीं था। - कौन सा खत? मैं ने कोई खत

 
 
 
भूल ही तो है

भूल ही तो है  सुनो जी, जिस ढाबे पर हम ने खाना खाया था .....  बिल्कुल, बहुत बढ़िया खाना था।  मैं खाने की बात नहीं कर रही।  हॉं हां, उस का गुलाब जामुन भी बहुत स्वादिष्ट था।  मैं गुलाबजामुन की बात नह

 
 
 
रोटी रोज़ी

रोटी रोज़ी कालेज छोड़ने के सात आठ साल बाद एक क्लास फैलो मिले। दुआ सलाम हुई। ऐसे में यह प्रश्न पूछना तो स्वाभाविक है कि आजकल क्या कर रहे हो...

 
 
 

Comments


bottom of page