top of page
kewal sethi

ब्रेकिंग न्यूज़

ब्रेकिंग न्यूज़


श्री सुमन्त की सार्वजनिक हित याचिका राजकीय सर्वोच्च पंचायत ने विचारार्थ स्वीकार कर ली है तथा राजा दशरथ, श्रीमती कैकेयी राघव, श्री राम राघव तथा श्री भरत राघव को नोटिस दिया गया है कि वे पंचायत के समक्ष उपस्थित हो कर अपना पक्ष रखें।


श्री सुमन्त ने अपनी याचिका में कहा है कि राजा दशरथ द्वारा अपनी पत्नि कैकेयी को दिये गये वचन एक निजी इकरारनामा था जिस को कोई सम्बन्ध उन के राजकीय दायित्व से नहीं है। इस कारण इस के अन्तर्गत ऐसा आदेश पारित करना अवैधानिक है जिस का सम्बन्ध राजकीय कार्य से हो।


उन की यह भी दलील है कि श्री राम राघव हर प्रकार से राजा बनने के योग्य हैं। इस सम्बन्ध में उन्हों ने विश्वामित्र के यज्ञ की रक्षा करने का उल्लेख किया। उन्हों ने यह भी कहा है कि जिस प्रकार श्री राम राघव ने शिव धुनष भंजन के पश्चात श्री परशु राम के आक्षेपों का समाधान किया था, उस से उन की राजनैतिक परिपक्वता परिलक्षित होती है। उन का पंचायत से अनुरोध है कि राजा दशरथ के आदेश को निरस्त करते हुए श्री राम राघव को राजा घोषित किया जाये।


प्रकरण की अगली सुनवाई शुक्ल पक्ष की नवमी को हो गी। तब तक के लिये सर्वोच्च पंचायत ने राजा दशरथ के आदेश के कि्रयान्वयन पर रोक लगा दी है।


पंचायत ने श्रीमती सीता राघव तथा श्री लक्ष्मण राघव के बन गमन पर कोई आदेश देने से इंकार कर दिया है तथा कहा है कि इस का कोई सम्बन्ध राजा दशरथ के आदेश से नहीं है। विस्तृत आदेश की प्रतीक्षा की जा रही है।

2 views

Recent Posts

See All

दोस्त

दोस्त वह अपनी धुन में चला रहा था, कुछ गुणगुणाते हुये। तभी एक लड़की , जो थोड़ा आगे चल रही थी, ने उसे सम्बोधित किया। - आप मुझ से बात कर रहे...

मुसीबत

मुसीबत दिलेरी उस दिन दोपहर की महफिल में नहीं गया। उसे अपने पर तथा अपनी साई्रकल पर तथा सारी मानवता पर क्रोध आ रहा था। आखिर ऐसा क्यों होता...

 दो महिलाओं का वार्तालाप

दो महिलाओं का वार्तालाप   क. तुम ने रेाका नहीं उसे ख. अरे, बहुत रोका।  क. कुछ कह सुन का मना लेती।  ख. क्या मनाती। अनुनय विनय भी की। पर बे...

Comentarios


bottom of page