top of page
  • kewal sethi

नियुक्ति

नियुक्ति


(दिल्ली से लौटे श्री जे के सिब्बल को लगभग ४५ दिन तक कोई पद ही नहीं मिला। पद मिले गा तो भोपाल में होगा या बाहर, इस सोच में मकान भी नही मिला। बेकार, खाना बदोश जि़ंदगी। इसी दौरान एक दिन)


मैं ने कहा सुनती हो आज की नई बात

उम्मीद न थी जिसकी हो गई है वही बात


क्यों तुम वहां से बैठे बैठे व्यर्थ ही चिल्लाते हो

क्या हुआ सही सही क्यों नहीं बतलाते हो

क्या गद्दाफी ने इसराईल से कर लिया समझौता

या जि़या ने कश्मीर के सवाल से कर ली तौबा

क्या डालर अब यैन से बाज़ी गया मार

या रूस ने ओलम्पिक का किया चक्का जाम

क्या कम हो गई कीमतें हिन्दुस्तान में

या अध्यक्ष प्रणाली आ गई इंगलिस्तान में


यह बातें तो होती रहें गी आज नहीं तो कल

समय पा कर सारे निज़ाम जाते हैं बदल

अपनी मुद्दे की बात सुनो तुम अपना कलेजा थाम

सिब्बल साहब को मिल गया वल्लभ भवन में काम


(१४.६.८०)

1 view

Recent Posts

See All

बैगुन का भुर्ता शर्मा और पत्नि दो माह से जुदा हो गये एक दूसरे से बिछुड़ कर दूर दूर हो गये शर्मा जी की हालत तो पूरी तरह टूट गई खाने के लाले पड गये, चाय भी छूट गई होटल से मंगाते टिफिन, जो आता सो खाते कहॉ

अर्चित बत्रा मेरी दर्द भरी कहानी चन्द शब्दों में ही सिमट जाती है। सच कहता हूॅं, जब भी याद आती है, बहुत रुलाती है। जन्म मेरा हुआ इक बड़े से नगर मेे, एक सुखी परिवार था तबियत मेरी आश्काना थी, संगीत और कवि

तराना इण्डिया बंगलुरु के सुहाने मौसम में मिल कर संकल्प ठहराया है दूर हटो मोदी भाजपा वालो, हम ने इण्डिया नाम धराया है इण्डिया अब नाम हमारा, तुम्हारा अब यहॉं क्या काम है इण्डिया की गद्दी छोड़ो, इस लिये

bottom of page