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kewal sethi

तो फिर

तो फिर


- तो फिर

- तो फिर क्या? वह अपने रास्ते गया, मैं अपने रास्ते।

- फोन नम्बर नहीं लिया

- नहीं, उस की क्या ज़रूरत थी।

- अरे भाई, कोई रास्ते से बाहर जा कर मदद करे तो उसे का धन्यवाद तो करना चाहिये न

- वह तो उसी वक्त कर दिया था

- पर फोन नम्बर तो ले ही लेना था। थैंक्स का मैसेज कर देती।

- लो और सुनो। शायद तम्हारा कहना है कि दोबारा मुलाकात का वायदा भी कर लेती

- उस में क्या हर्ज था। ऐसे आदमी को जानना अच्छा होता है।

- तुम तो ऐसे कह रहे हो जैसे तीस रुपये के लिये उस से शादी का प्लान बना लेती

- तुम लड़कियों में यही दिक्कत है। झट से शादी की बात सोचने लगती हैं।

- तुम्हारे कहने का यही तो मतलब था

- अरे, नहीं बाबा, मैं तो सिर्फ दोस्ती की बात कर रहा था

- अच्छा,

- अच्छा छोड़ो। पर यह तो बताओ कि यह नौबत आई कैसे

- यह सब उस बुद्धु सजल के कारण है। सुबह कहने लगी, मैं अपना पैन घर भूल आई हूॅं।

- और तुम ने अपना निकाल कर दे दिया।

- हॉं, तुम्हें पता है कि एक एक्सट्रा पेन मैं हमेशा रखती हूॅं

- यह तो तुम्हारी पुरानी आदत है। और मेरी भी

- एक्सैम के दिनों से ही। पता नहीं, एक पैन खराब हो जाये तो किस से मागूॅं गी। दो ही ठीक रहते हैं।

- सही बात। पर इस का फायदा तुम्हें कम, दूसरों को ज़्यादा मिलता है। पर मैं जब पैन देता हूॅं तो उस का ढककन अपने पास रखता हूूं। बिना ढक्कन के कोई पैन नहीं रखता, वापस कर देता है। तुम्हारे साथ यह दूसरी बार हुआ या तीसरी बार

- तीसरी बार

- अब यह आदत छोड़ दो। पर इस का बटुवा न होने से क्या सम्बन्ध है

- वह ऐसे कि आज बहुत काम था। बॉस ने कहा एक बजे तक रिपोर्ट चाहिये। उसी हड़बड़ी में पर्स को ड्राअर में रख दिया। और फिर निकालना भूल गई।

- अच्छा तो स्टेशन पर हैंडबैग से निकालने लगी तो गायब

- हॉं अपना बैग टटोल रही थी तो उस लड़के ने, जो पीछे ही खड़ा था, कहा, कहॉं जायें गी। मैं ने स्टेशन का नाम बताया तो उस ने झट से पैसे डाले, और टोकन मुझे दे दिया। फिर अपना टोकन लिया और चल दिया।

- लड़का कैसा था

- भले घर का ही लगता था

- वह तो हो गा ही वरना बिना कहे मदद कौन करता है। पर मतलब वह नहीं, देखने में कैसा था।

- हैंडसम था

- और फिर भी तुम ने फोन नम्बर नहीं लिया

- फिर लौट आये उसी जगह

- मैं होता और कोई लड़की मेंरी इस तरह मदद करती तो मैं तो ज़रूर फोन नम्बर लेता ताकि उस के पैसे तो लौटा सकूॅं

- हॉं, और आगे मुलाकात का बहाना भी मिल जाता। तुम ठहरे पुराने मजनू।

- मजनू ही सही पर मौके को हाथ से नहीं जाने देना चाहिये। अब तो तुम से गल्ती हो गई। पर देखना वह लड़का ज़रूर दिखे गा। अब के मत चूकना।

- अच्छा मजनू जी, जो हुकुम। चलो अभी तो मम्मी खाने के लिये बुला रही है।

- चलो बहना




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